बिहारशरीफ, मई 27 -- निर्जला एकादशी 6 को, पुरुष और महिलाएं करेंगी व्रत व्रत करने से मिलता है 24 एकादशियों का फल इस एकादशी को भीमसेनी एकादशी भी कहते हैं पावापुरी, निज संवाददाता। एकादशी व्रतों में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण एकादशी होती है। इसे निर्जला-एकादशी या भीमसेनी एकादशी भी कहा जाता है। निर्जला एकादशी का व्रत ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को किया जाता है। यह व्रत इस बार 6 जून शुक्रवार को मनाया जाएगा। आचार्य पप्पू पांडेय ने बताया कि शास्त्रानुसार केवल निर्जला एकादशी व्रत करने मात्र से वर्ष भर की सभी 24 एकादशियों के व्रतों का पुण्यफल प्राप्त हो जाता है। अत: जो साधक वर्ष की समस्त एकादशियों का व्रत कर पाने असमर्थ हों, उन्हें निर्जला एकादशी अवश्य करना चाहिए। पंडित सूर्यमणि पांडेय ने बताया कि निर्जला यानि यह व्रत बिना जल ग्रहण किए और उप...