अलीगढ़, दिसम्बर 23 -- (सवालों में अस्पताल) अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। निजी अस्पतालों में इलाज अब भरोसे से ज्यादा भ्रम का सौदा बनता जा रहा है। मरीज जब इलाज के लिए पहुंचता है तो उसे यह तक पता नहीं होता कि अस्पताल में कौन सी सुविधाएं वास्तव में उपलब्ध हैं और कौन सी सिर्फ प्रचार का हिस्सा हैं। शासन के स्पष्ट आदेश हैं कि अस्पतालों में पीले रंग के बोर्ड पर पंजीकरण, डॉक्टरों की योग्यता, उपलब्ध सेवाएं और आपात सुविधाओं की जानकारी प्रदर्शित की जाए, लेकिन जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर है। जानकारी के अभाव में मरीज जोखिम भरे इलाज को मजबूरी में स्वीकार कर लेते हैं। निजी अस्पतालों में नियमों की अनदेखी अब आम बात हो चली है। अधिकांश अस्पतालों में न तो सुविधाओं की सूची लगी है और न ही कोई सूचना बोर्ड, जिससे मरीज यह समझ सके कि वहां इलाज किस स्तर तक संभव है। परिणाम...