नोएडा, अगस्त 26 -- ग्रेटर नोएडा। राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) के नेत्ररोग विभाग की डॉ. शैली ने नाक की हड्डी के फ्रैक्चर पर शोध किया है। उनके अध्ययन में दावा किया है कि नाक और आंख के पास की हड्डी (मैक्सिला की फ्रंटल), बानी नासल सेप्टम और आर्बिटल दीवारों में फ्रैक्चर होता है। डॉ. शैली के अनुसार जिम्स में 621 मरीजों के मध्य चेहरे की चोटों पर शोध में पाया गया कि द्विपक्षीय नाक की हड्डी का फ्रैक्चर सबसे अधिक 73.91 प्रतिशत मिला है। इसके साथ ही मैक्सिला की फ्रंटल प्रोसेस का फ्रैक्चर 62.47 प्रतिशत, बानी नासल सेप्ट्म 32.68 प्रतिशत व आर्बिटल दीवारों का फ्रैक्चर 15.7 प्रतिशत भी सामान्य रूप से जुड़े पाए गए। उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं और गिरने के अलावा अन्य कई कारणों से नाक की हड्डी में होने वाला फ्रैक्चर सिर्फ अकेले नहीं होता है। नाक की...