बिजनौर, दिसम्बर 28 -- दवा के नाम पर नशे की मंडी बनते नजर आ रहे बिजनौर में पकड़े गए ताजा मामले में नशे के कारोबारी माने जा रहे कैमिस्ट पर किसका वरदहस्त यानि वरदान देने वाला हाथ है, यह सवाल उठ खड़ा हुआ है। इस मेडिकल स्टोर पर सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स की टीम ने बड़ी तादाद में गुरुवार को नशीली दवाओं को जब्त किया, लेकिन जब अक्तूबर में ही इसकी बिक्री पर रोक लगाने के साथ ही औषधि निरीक्षक ने लाइसेंस निरस्तीकरण की संस्तुति की थी तो किसके दम पर कारोबार फलता-फूलता रहा। गौरतलब है, कि हाल ही में सिविल लाइन्स में शिप्रा होटल में स्थित मेडिसिन प्वाइंट पर छापेमारी के दौरान सीबीएन की टीम ने पूरी कार्रवाई से स्थानीय औषधि निरीक्षक को दूर रखा था। सीबीएन सूत्रों के मुताबिक इस मेडिकल स्टोर पर यह धंधा लंबे समय से चल रहा था तो इस पर औषधि निरीक्षक की नजर क्यों नह...