नई दिल्ली, सितम्बर 16 -- पुष्परंजन, वरिष्ठ पत्रकार नेपाल के राजनीतिक दलों ने लगभग मान लिया है कि चुनाव में जाना है। निर्वाचन आयोग किसी भी पार्टी को चुनाव में जाने से रोकेगा नहीं, ऐसा माना जा रहा है। इसलिए, बांग्लादेश के विद्रोह से नेपाल की तुलना बेमानी है। बांग्लादेश में 15 फरवरी, 2026 को आम चुनाव होना है। उसके अगले महीने 5 मार्च, 2026 को नेपाल में मतदान होगा। बांग्लादेश में सत्ता में आने को आतुर पार्टियां भारत के विरुद्ध जुबानी प्रक्षेपास्त्र दागती रहेंगी। बांग्लादेश व नेपाल की राजनीतिक परिस्थितियों में एक फर्क यह भी है कि प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने जन-विद्रोह के बाद अपने पद से इस्तीफा दिया था, जिसे राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने तत्काल स्वीकार कर लिया। शेख हसीना ने इस्तीफा दिया ही नहीं। नेपाली कांग्रेस के महासचिव गगन थापा ने पार्टी के...