सीतामढ़ी, सितम्बर 17 -- सीतामढ़ी। नगर निगम प्रशासन ने विभागीय कार्यों में पारदर्शिता लाने और शिकायतों को कम करने के उद्देश्य से बड़ा निर्णय लिया है। अब 7.50 लाख रुपये तक के विभागीय कार्यों को सीधे कनिय अभियंता (जेई) द्वारा नहीं कराया जाएगा। लंबे समय से यह व्यवस्था है कि निगम बोर्ड के निर्णय के अनुसार या निगम प्रशासन के द्वारा जारी कार्य आदेश के 7.50 लाख रुपये तक के कार्य बिना टेंडर के विभागीय स्तर पर कराए जा सकते हैं। ऐसे कार्यों का एस्टीमेट तैयार करने से लेकर क्रियान्वयन तक की जिम्मेदारी जेई पर रहती थी। इस प्रक्रिया में अक्सर कनिय अभियंता खुद ही संवेदक की भूमिका निभाकर कार्यों को अंजाम देते थे। लेकिन नए नगर आयुक्त ने विभागीय पत्र का हवाला देते हुए इस पर रोक लगा दी है। नगर आयुक्त डॉ.गजेन्द्र प्रसाद सिंह ने स्पष्ट किया है कि अब निगम के कनि...