नई दिल्ली, अक्टूबर 7 -- नई दिल्ली, पंकज कुमार पाण्डेय। नक्सल मुक्त भारत का लक्ष्य हासिल करने की मुहिम में अब बचे हुए चंद नक्सलियों तक हर हाल में नवंबर तक पहुंचने की रणनीति बनाई गई है। पिछले दिनों उच्च स्तरीय बैठक में तय हुआ है कि इन चुनिंदा नक्सली कमांडर को तय अवधि में जिंदा पकड़ना है या उनके सरेंडर नहीं करने पर मौत के घाट उतारना है। इसके लिए लक्षित ऑपरेशन में तेजी लाई जानी है। साथ ही स्थानीय लोगों को बड़ी संख्या में खुफिया समन्वय के लिए ऑपरेशन में शामिल करना है। एक अधिकारी ने कहा कि हमारी रणनीति के दो पहलू हैं, पहला नक्सल के मौजूदा खतरनाक स्वरूप को समाप्त करना और दूसरा उसकी सोच को समाप्त करना। सोच को समाप्त करने में वक्त लगता है। इसलिए स्थानीय नागरिक, आम जनता, एनजीओ से लगातार संपर्क बनाया जा रहा। अब आम लोग नक्सलियों खिलाफ खड़े हो रहे हैं...