चंदौली, सितम्बर 16 -- चंदौली। ईंट उद्योग धीरे-धीरे बंदी की कगार पर पहुंच गए हैं। अब ईंट भट्ठों पर टैक्स बढ़ने से अतिरिक्त मार पड़ेगी। इससे ईंट भट्ठे पूरी तरह से बंद हो जाएंगे। इसपर काम करने वाले हजारों गरीब मजदूरों के समक्ष रोटी-रोजी का संकट खड़ा हो जाएगा। लाल ईंट निर्माण प्रमुख ईधन कोयला है। इस पर पूर्व में जीएसटी 5 प्रतिशत थी। अब इसे बढ़ाकर 18 प्रतिशत कर दी गयी है। इससे परोक्ष रूप से ईंट भट्ठे पर टैक्स बढ़ गया। ईट भट्टो पर अतिरिक्त टैक्स लग गया। ईंट भट्ठे पर टैक्स में कोई कमी नहीं आयी है। यह बातें चंदौली ईंट निर्माता समिति के महामंत्री रतन कुमार श्रीवास्तव ने सोमवार को मुख्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि जीएसटी के स्लैब में परिवर्तन कर जो ढिंढोरा पीटा गया कि टैक्स कम करने से सामान सस्ते हो गए। लेकिन ईट भट्टे पर ...