शामली, सितम्बर 21 -- इस बार धान की फसलों पर दोहरी मार पडने से धान की बुआई का रकबा घटने के साथ-साथ जिले में धान के क्रय केंद्र भी पांच के स्थान पर दो ही रह गए है। जिसके चलते अभी तक विपणन विभाग में केवल 10 किसानों ने ही धान बेचने के लिए पंजिकरण कराए है। वही विभाग द्वारा किसानों से धान खरीद के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। धान की फसल पर दोहरी मार पडने से किसानों को बडा नुक्सान हुआ है। बारिश अधिक होने एवं यमुना में बाढ़ के चलते खेतों में पानी भरा रहने होने से फसल में ब्राउन प्लांट हॉपर कीट रोग उत्पन्न हो गया है, जिससे पैदावार पर बुरा असर पडा, जबकि फसल एकदम ठीक थी। कोई रोग भी नहीं था। समय पर पानी न मिलने से लागत भी बढ़ गई। अधिक बारिश के चलते किसानों की धान का नुकसान और बढ़ गया। किसानों का कहना है कि पिछले सीजन की तुलना में इस बार प्रति एकड़...