औरंगाबाद, जून 13 -- रोहिणी नक्षत्र में धान की नर्सरी लगाने वाले किसानों के लिए ग्रास हॉपर कीट मुसीबत बन गया है। ये कीट हरे-भरे बिचड़ों को तेजी से चट कर रहे हैं, जिससे किसानों की मेहनत और उम्मीदों पर पानी फिर रहा है। कीट क्यारियों के किनारों से शुरू होकर धीरे-धीरे पूरी नर्सरी को अपनी चपेट में ले लेते हैं। कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ अनूप चौबे ने बताया कि ग्रास हॉपर से बचाव के लिए साइपरमेथ्रिन दवा का घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए। इस दवा को 2 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में मिलाकर घोल तैयार करें और शाम के समय छिड़काव करें, जब कीट सबसे अधिक सक्रिय होते हैं। उन्होंने यह भी सलाह दी कि एक सप्ताह बाद दोबारा छिड़काव करें ताकि कीटों का प्रकोप पूरी तरह नियंत्रित हो सके। उन्होंने यह भी सुझाया कि 5 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में नीम के तेल के घोल के छिड़काव से ...