गढ़वा, सितम्बर 25 -- गढ़वा, प्रतिनिधि। प्रकृति में सबसे बड़ा महत्व समय का होता है। समय पर ही सुबह-शाम होता है। समय पर ऋतु परिवर्तन होता है और समय पर ही युग परिवर्तन भी होता है। धरती पर अवतार भी समय देखकर ही होता है। यह बात गायत्री परिवार के विनोद पाठक ने कही। वह गायत्री शक्तिपीठ कल्याणपुर मंदिर परिसर में आयोजित श्रीराम कथा के दूसरे दिन प्रवचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बस समय को पहचानने की जरूरत होती है। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में एक स्वर्णिम अवसर आता है। एक क्षण व्यक्ति की दिशा को बदल सकता है बशर्ते व्यक्ति उस बदलाव के क्षण(टर्निंग प्वाइंट) को पहचान ले और उसका उपयोग कर पाए। रत्नाकर डाकू के जीवन में बदलाव का जब समय आया, तो उसको नारदजी से सामना हुआ। उसने नारदजी की बात को मानकर अपने को बदला और डाकू से महर्षि वाल्मिकी बन गये। अंगूलीमाल डाकू...
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