आजमगढ़, दिसम्बर 29 -- आजमगढ की पवित्र धरती ने अनेक रत्नों को जन्म दिया है, कहते हैं कि 'ये खित्त- ए -आजमगढ़ है,जो जर्रा यहां से उठता है वह नैयर-ए-आज़म होता है। 'शिक्षा के क्षेत्र में स्व. बजरंग त्रिपाठी, प्रतिष्ठित व्यवसायी और विहिप, संघ से जुड़े स्व. इंदु भूषण अग्रवाल, अघोर पीठ के परमपूज्य बाबा बावन राम जी, उद्योगपति व समाज सेवी नरेंद्र सिंह जैसे स्तंभों को हमने खोया है। उनकी कमी की भी भरपाई नहीं हो सकती है। ख्यातिलब्ध शिक्षाविद प्रो. बजरंग त्रिपाठी की खलेगी कमी आजमगढ़। जाने-माने ख्यातिलब्ध शिक्षाविद,पूर्वांचल के मालवीय कहे जाने वाले प्रो. बजरंग त्रिपाठी का निधन 17 जुलाई 2025 को हो गया। वे इस आजमगढ़ की धरती के ऐसे ही शख्स थे, जिन्होंने अपनी मेहनत इमानदारी और इच्छा शक्ति की बदौलत खुद को जर्रा से आफताब में बदल दिया। उनका जन्म जनपद अंबेडकर नगर त...