गोड्डा, दिसम्बर 21 -- तस्वीर 012 त्रिवेणी संगम में सत्संग कहते वक्ता तस्वीर 013 संतमत सत्संग में मौजूद लोग गोड्डा एक प्रतिनिधि । सदर प्रखंड मैदान में आयोजित दो दिवसीय त्रिवेणी संगम संतमत सत्संग का चतुर्थ वार्षिक अधिवेशन रविवार को सम्पन्न हो गया। अधिवेशन के दूसरे दिन रविवार को त्रिवेणी संगम संतमत सत्संग के आचार्य अंग गौरव स्वामी श्रद्धानंद जी महाराज ने कहा कि गुरु ही सर्वोपरि है। गुरु के वचन को धारण करने से ही कल्याण संभव है। गुरुमंत्र का जप व भजन ही जीवात्मा के उद्धार का कारक है। जिनको परमात्मा में भरोसा नहीं है वह सबसे बड़ा मूढ़ है। कपिल मुनी कहते हैं कि तीर्थ, धर्म, पंथों में जाकर संयासी व बैरागी बनते रहे लेकिन जबतक भीतरी मन की मलीनता को नहीं धोया तबतक भोलेनाथ मिलने वाला नहीं है। ऐसा ही व्यक्ति मूढ़ है। जो अंदर की मलीनता को धोया नहीं और...