कौशाम्बी, जून 2 -- फतेहपुर जिले के धाता थाना क्षेत्र के अजरौली पल्लावां गांव निवासी राजकुमार के 10 वर्षीय बेटे शनि को दो दिन से बुखार आ रहा था। रविवार की रात तबीयत बिगड़ने पर उसे मंझनपुर मेडिकल कॉलेज के सामने निजी अस्पताल में भर्ती कराया। शनि के मामा कुलदीप का आरोप है कि डॉक्टर ने एक-एक कर कई इंजेक्शन लगाए, जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई। उनका आरोप है कि इस दौरान डॉक्टरों ने 50 हजार रुपये की मांग भी की। परिवार ने 25 हजार रुपया दे भी दिए। बाकी रुपयों का इंतजाम किया जा रहा था। इसी दौरान बालक की मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टरों पर तभी लापरवाही के आरोप लगाए लेकिन किसी ने नहीं सुना। इसके बाद ही सुबह घटना से गुस्साए परिजनों, ग्रामीणों व रिश्तेदारों ने डॉक्टर और स्टॉफ को गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। लोगों का आक्रोश देख सभी अस्पताल छोड़कर भाग खड़े हु...