मुजफ्फरपुर, सितम्बर 16 -- मुजफ्फरपुर। ग्रामीण इलाकों में मनरेगा से चलने वाली योजनाओं को धरातल पर उतारने वाले पंचायत तकनीकी सहायक कई स्तरों पर समस्याओं से जूझ रहे हैं। न सेवा शर्तें बेहतर हैं और न मानदेय संतोषजनक। संविदा पर बहाल होने के कारण एक ही विभाग, एक ही पद पर अन्य तकनीकी सहायकों से कम वेतन मिल रहा है, जबकि काम का बोझ दोगुना है। ऐसे में मन में असंतोष का भाव पनप रहा है। इनका कहना है कि जिला से लेकर मुख्यालय स्तर तक के अधिकारी उनकी समस्याओं से मुंह मोड़े हुए हैं। पंचायती राज विभाग के मंत्री मुजफ्फरपुर जिले के ही हैं। बावजूद उनकी सेवा शर्तों से लेकर मानदेय में सुधार नहीं हो पा रहा है। तकनीकी सहायकों की अपेक्षा है उनकी समस्याओं का समाधान हो तो मनोयोग से मनरेगा के काम को अंजाम तक पहुंचा सकें। पंचायत तकनीकी सहायकों के मजबूत कंधों पर ही ग्र...