गिरडीह, दिसम्बर 27 -- सियाटांड़,प्रतिनिधि । राज्य के सबसे बड़े अस्पताल देवघर एम्स का स्वास्थ्य क्षेत्र में सेवा उपलब्ध कराने के मामले में बुरा हाल है। आरटीआई से मिले ज़बाब में अस्पताल का पोल खोल कर रख दिया है। गिरिडीह के आरटीआई कार्यकर्ता सुरेन्द्र पांडेय के आरटीआई से मिले ज़बाब में कई चौकाने वाले खुलासे हुए है। एम्स में जहां अस्सी आईसीयू बेड स्वीकृत है, वहीं वर्तमान में महज़ दस बेड चालू स्थिति में हैं। सीसीयू(कॉर्डियक केयर यूनिट)अब तक शुरू ही नहीं हुई है अर्थात पूरी तरह नन-ऑपरेशनल है। आईसीयू रिपोर्ट से यह भी सामने आया है कि बड़ी संख्या में गंभीर मरीजों को इलाज के लिए बाहर रेफर किया गया, जो झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल की क्षमता और व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। एम्स ने खर्च, परियोजना और संचालन से संबंधित कई सूचनाओं को नोट अवेलेबल बताते हु...