अलीगढ़, दिसम्बर 26 -- अलीगढ़, कार्यालय संवाददाता। मामू भांजा स्थित राधा मोहन मंदिर में श्री भक्तमाल की कथा चल रही है। गुरुवार को कथा व्यास ने श्रीकृष्ण भक्त रसखान और रहीमदास का वर्णन किया। कथा सुन भक्त भाव विभोर हो गए। कथा व्यास आचार्य यश भारद्वाज ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण के अनन्य भक्त रहीमदास और रसखान हुए हैं। इन्होंने कृष्ण भक्ति में रम कर बहुत ही भावुक रचनाएं लिखीं। रसखान ने भक्ति में सब कुछ त्याग दिया। वह गोकुल आए तो यहां गोस्वामी विट्ठलनाथ ने उनकी अनन्य भक्ति देख उन्हें अपना शिष्य बना लिया। रसखान ने अपनी प्रसिद्ध पंक्तियों में कहा कि यदि मुझे अगला जन्म मिले तो पत्थर भी बनूं तो उसी गोवर्धन पर्वत का, जिसे कृष्ण ने उठाया था। इस क्रम में रहीम दास का वर्णन करते हुए बताया कि रहीम अकबर के नवरत्नों में से एक थे, लेकिन उनका हृदय श्रीकृष्ण...