नई दिल्ली, अक्टूबर 21 -- एक साल में भारतीय शेयर बाजार स्थिरता के दौर से गुजरा, जहां सेंसेक्स और निफ्टी 50 जैसे प्रमुख सूचकांकों के रिटर्न सीमित रहे, लेकिन दिवाली 2025 के त्योहार ने बाजार में नई जान फूंकी है और नए विक्रम संवत 2082 के लिए आउटलुक काफी आशावादी हो गया है। भारत की आर्थिक पृष्ठभूमि मजबूत बनी हुई है। एसएंडपी जैसी वैश्विक एजेंसियों ने भारत की क्रेडिट रेटिंग बढ़ाई है, जबकि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने विकास दर के अपने अनुमान को संशोधित कर ऊपर किया है। साथ ही, भारत की खुदरा महंगाई कई सालों के निचले स्तर पर आ गई है।घरेलू मोर्चे पर तीन बड़े कदम भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में कटौती, जीएसटी में सुधार और आयकर में राहत। इन तीन कारकों से खपत को मजबूत गति मिलने की उम्मीद है। इनसे कंपनियों की कमाई में वृद्धि के फिर से शुरू होने की संभ...