नई दिल्ली। गौरव त्यागी, सितम्बर 1 -- दिल्ली में जिला स्तर पर संगठन बनने के बाद भी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा अटकी हुई है। वैश्य सीएम के बाद प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में पंजाबी और पिछड़ा समुदाय सबसे आगे है। संगठन चुनाव से जुड़े नेताओं ने अपनी रिपोर्ट आलाकमान को भेज दी है। वैसे इस दौड़ में कई नेताओं के नाम शामिल हैं। अब भाजपा संगठन अध्यक्ष का फैसला केंद्रीय नेतृत्व को लेना है। बड़े नेताओं की अपनी-अपनी पसंद के चलते भी संगठन अध्यक्ष की घोषणा में देरी हो रही है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष के दावेदार दीनदयाल उपाध्याय मार्ग के केंद्रीय कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक अध्यक्ष पद की दौड़ में पंजाबी नेता सबसे आगे हैं। दरअसल सत्ता की कमान वैश्य को देने के बाद संगठन में पंजाबी पर दांव लगाने के पक्ष में अधिकांश नेता हैं। सचदेवा बड़...