नई दिल्ली, अगस्त 26 -- दिल्ली की सड़कों पर गायों का बेसहारा घूमना कोई नई बात नहीं। मगर चौंकाने वाली खबर ये है कि दिल्ली नगर निगम (MCD) पिछले 20 सालों में एक भी नई गौशाला नहीं बना पाया। एमसीडी के पशु चिकित्सा विभाग के आंकड़े बताते हैं कि मौजूदा गौशालाओं में 20,485 गायें हैं, जबकि इनकी अधिकतम क्षमता सिर्फ 19,838 है। यानी, गायों की संख्या गौशालाओं की जगह से कहीं ज्यादा। नतीजतन, सड़कों पर हज़ारों गायें बिना आश्रय के भटक रही हैं और मौजूदा गौशालाएं भीड़ से जूझ रही हैं।कब और कहां रुकी गौशालाओं की कहानी? 1990 के दशक में दिल्ली में छह गौशालाएं बनाई गई थीं। इसमें तीन नरेला-बवाना में और तीन नजफगढ़ में हैं। लेकिन इनमें से एक गौशाला शुरूआती दौर में ही बंद हो गई। इसके बाद 2018 में नजफगढ़ की अचार्य सुशील मुनि गौशाला को भी ताला लग गया। वजह थी खराब प्रबंध...