कानपुर, दिसम्बर 14 -- दादी परिवार के वृंदावन लॉन में चल रहे तीन दिवसीय 26 वें मंगल महोत्सव के अंतिम दिन रविवार को मंगल पाठ के दौरान जयमाल, श्री तनधन दास जी की बारात एवं विदाई का सजीव चित्रण दिखा। दादी परिवार महिला सदस्यों ने मुकलावा विशेष रूप से तैयार किया जिसे दादी के विवाह के समय नाचते झूमते हुए उन्हें अर्पित किया गया। सिंदूर उत्सव का भी आयोजन किया गया। सूरत से आईं कोकिल कंठिका सुरभि बिजूरिका ने श्री नारायणी चरित्र मानस के पाठ से शुरुआत की। मुकलावे के समय दादी परिवार की छटा सम्पूर्ण पंडाल के अन्दर का दृश्य भक्ति भावना से भरपूर था। दादी जी को दादी परिवार की 21 महिलाएं राजस्थानी वेशभूषा में नृत्य करते करते हुए मुकलावा अर्पित कर रहीं थीं। मुकलावे का सामान एक वंचित कन्या को उसके विवाह के लिए दे दिया गया। सिन्दूर उत्सव का भी आयोजन किया गया ज...