शामली, सितम्बर 3 -- पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र में जैन धर्म के चल रहे दशलक्षण महापर्व के छठे दिवस उत्तम संयम धर्म श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया गया। जैन श्रावको में अतिशय क्षेत्र जलालाबाद में एकत्रित होकर प्रभु पार्श्वनाथ भगवान का मंत्रो के साथ अभिषेक एवं शांतिधाराका पाठ किया । पूजन उपरान्त पण्डित सनत जैन ने उत्तम संयम धर्म के बारे में बताया कि उत्तम संयम धर्म का अभिप्राय संयम ही जीवन की वास्तविक शोभा है। इन्द्रियो पर नियंत्रण एवं विषय-विकारो से दूर रहकर ही आत्मा की शुद्धि संभव है। संयम का पालन करने वाला साधक सदैव आनन्द और शांति का अनुभव करता है। दोपहर श्रीमति राज जैन ने धूप दशमी की कथा सुनाकर धूप दशमी के पर्व पर सभी श्रद्धालुओ मंदिर में एकत्रित होकर धूव खेयी। तदुपरान्त भगवान पार्श्वनाथ चालीसा पाठ चालीस बार पढा गया। जिसके बाद सा...