बागपत, सितम्बर 8 -- बागपत, सिसाना और सरूरपुर गांव के जैन मंदिरों में रविवार को क्षमावाणी पर्व मनाया गया। श्रद्धालुओं ने अर्घ्य चढ़ाकर प्रभु का पूजन किया। प्रभु से परिवारों की खुशहाली की मन्नतें मांगी। सर्वप्रथम विधानाचार्यों ने मुख्य अभिषेक कराया। प्रासुक जल से शांति धारा कराई। इसके बाद नित्य नियम की पूजा में देव शास्त्रत्त्, गुरु पूजा, 24 तीर्थंकर पूजा एवं आदित्यनाथ भगवान की पूजा की गई। इसके बाद क्षमावाणी पार्वती पूजा की गई। अंत में मां सरस्वती की पूजा की गई। सभी ने एक दूसरे से क्षमा याचना की। पंडित आशीष जैन शास्त्री ने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति यदि अपने मन को हटाकर प्रत्येक व्यक्ति से क्षमा याचना करता है, तो सभी के मन का मैल मिट जाता है और सभी परस्पर मित्र बन जाते हैं। क्षमावाणी पर्व केवल जैन पर्व ना होकर सर्व सांसारिक पर्व या सार्वभौमि...