बुलंदशहर, सितम्बर 26 -- श्री रामलीला महोत्सव के आयोजन के दौरान बीती रात्रि राम वनवास का सुंदर मंचन किया गया। रामलीला मंचन के दौरान दशरथ केकई और मंथरा के बीच जोरदार संवाद हुआ। रामलीला की शुरुआत राजा दशरथ के दरबार में राम के राज्यअभिषेक की चर्चा से हुई। दासी मंथरा को जब राम के राजा बनने की सूचना मिली तो वह रानी के कई के पास पहुंची मंथरा ने रानी केकई की मति भ्रष्ट करते हुए राम को वनवास और भरत को राजा बनाने की सलाह दी। मंचन के दौरान केकई के द्वारा राजा दशरथ से दो वरदान मांगे जाते हैं। जिसमें राम को 14 वर्ष का वनवास और भरत के लिए अयोध्या का राज। जिसके बाद राम लक्ष्मण सीता वन को जाते हैं। इस दृश्य को देखकर सभी श्रद्धालुओं की आंखें नम हो जाती हैं। इससे पूर्व नगर में सीता विदाई शोभा यात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा पर स्वागत क...