गोरखपुर, दिसम्बर 13 -- गोरखपुर, वरिष्ठ संवाददाता। पूर्वी यूपी और नेपाल से सटे जंगलों के किनारे निवास करने वाली आदिवासी जनजाती थारू के गांवों में हलचल मच गई है। आईसीएमआर और आरएमआरसी की टीम थारू जनजाति में बीमारियों की पहचान कर रहा है। इसके लिए आरएमआरसी की टीम ने बहराइच के महिपुरवा ब्लॉक में 8 से 14 दिसंबर तक वन हेल्थ कैंप संचालित कर रहा है। इस कैंप के जरिए अब तक थारू जनजाति के 400 ग्रामीणों के खून के सैंपल लिए जा चुके हैं। इसमें बूढ़े, जवान, औरतें और बच्चों के खून के सैंपल शामिल हैं। इन खून के नमूनों में हेपेटाइटिस ए, बी, सी और ई के साथ पशुओं से इंसानों में फैलने वाले जूनोटिक बीमारियों की पहचान के लिए जांच की जाएगी। इलाज के रहस्य से उठेगा पर्दा आरएमआरसी के निदेशक डॉ. हरिशंकर जोशी ने बताया कि थारू जनजाति में कई विशेषताएं हैं। यह बीमारियों क...
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