वाराणसी, सितम्बर 16 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। मातृ नवमी की दोपहर दशावमेध घाट पर 13 हजार अजन्मी बेटियों के निमित्त पिंडदान किया गया। आगमन संस्था की टीम ने पिंड निर्माण कर विधिपूर्वक हुतात्माओं का आह्वान के बाद बारी-बारी से उनके मोक्ष की कामना की। पिंडदान करने वाले संस्था के संस्थापक डॉ. संतोष ओझा 12 वर्षों में 1.20 लाख अजन्मी बेटियों के पिता बन चुके हैं। क्षौर कर्म के उपरांत गंगा की मिट्टी से वेदी निर्माण, शांति पाठ, शास्त्र वर्णित मंत्रों के बीच आह्वान, प्रेत योनि में भटक रहीं बेटियों के पिंड का पूजन-अर्पण और तर्पण साथ पंच बलि दी गई। अंत में ब्राह्मण भोज कराया गया। अनुष्ठान में राहुल गुप्ता, हरिकृष्ण प्रेमी, साधना, सन्नी कुमार, ज्योति, जितेंद्र, किरण, साधना, सोनी, अरुण गुप्ता, मदन गुप्ता, भानु प्रताप, सुनील, सुशील ने सहयोग किया। डॉ. सं...