देवरिया, सितम्बर 3 -- भाटपाररानी, हिन्दुस्तान संवाद। कृषि विज्ञान केंद्र मल्हना द्वारा बुधवार को ग्राम बहियारी बघेल में तिलहनी फसलों में समेकित पोषक तत्व प्रबंधन विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृषि विज्ञान केंद्र के सस्य विज्ञान विशेषज्ञ डॉ कमलेश मीना ने कहा कि पौधों को जीवन चक्र पूरा करने के लिए 17 पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इनमें से किसी एक की भी कमी होने पर पौधा सही तरह से विकसित नहीं हो पाता। इसके लिए गोबर की खाद, वर्मी कम्पोस्ट, कम्पोस्ट और हरी खाद का प्रयोग जरूरी है ताकि मृदा में सभी पोषक तत्व उपलब्ध हो सकें। उन्होंने तिलहनी फसलों में सल्फर की उपयोगिता पर जोर देते हुए कहा कि सल्फर तेल एवं प्रोटीन की मात्रा व गुणवत्ता बढ़ाने, क्लोरोफिल निर्माण, एंजाइम की सक्रियता बढ़ाने, नत्...