सिद्धार्थ, अगस्त 27 -- इटवा, हिन्दुस्तान संवाद। तराई के आंगन में मंगलवार को तेज धूप और उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया। घर से लेकर बाहर तक गर्मी ने सभी के पसीने छुड़ा दिए। इससे हर कोई मौसम के तेवर से बेचैन दिखा। अगस्त का महीना समाप्ति की ओर है, लेकिन अब तक पर्याप्त बारिश न होने से धान की फसल पर गहरा संकट मंडरा रहा है। किसानों की नजरें आसमान पर टिकी हैं, मगर बादल छाने के बावजूद उम्मीद के मुताबिक बरसात नहीं हो रही है। धान की फसल को इस समय पानी की सबसे अधिक जरूरत है। पर्याप्त वर्षा न होने से खेत सूखने लगे हैं और किसान चिंता में डूबे हैं। मौसम का रुख अगर इसी तरह रहा तो धान की फसल का उत्पादन प्रभावित होना तय माना जा रहा है। राज्य कृषि मौसम केंद्र प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि तराई में अगले चार से पांच दिनों तक बारिश की संभावना नहीं बन रही ...