गढ़वा, सितम्बर 15 -- केतार, प्रतिनिधि। यूपी और बिहार की सीमा पर अवस्थित केतार प्रखंड शिक्षा के मामले में पिछड़ा है। स्नातक की पढ़ाई के लिए न तो कॉलेज है न ही तकनीकी शिक्षा के लिए आईटीआई कॉलेज। बाध्य होकर इंटर की पढ़ाई के बाद छात्र-छात्राओं को स्नातक सहित तकनीकी शिक्षा के लिए बाहर जाना पड़ता है। क्षेत्र कृषि प्रधान है। खेती किसानी की आय से ही लोग अपने बच्चों को पढ़ा रहे हैं। ऐसी स्थिति में अधिसंख्य लोगों आर्थिक हैसियत ऐसी नहीं है कि वह बच्चों को बाहर भेजकर पढ़ाएं। बदलते समय के साथ तकनीकी शिक्षा की मांग तेजी से बढ़ रही है। उसे देखते हुए प्रखंड में कम से कम तकनीकी शिक्षा के लिए सरकार आईटीआई कॉलेज खुलवाए ताकि गरीब परिवार के बच्चे भी आसानी से शिक्षा ग्रहण कर आत्मनिर्भर बन सकें।

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