फतेहपुर, दिसम्बर 29 -- फतेहपुर। कोराई गांव के राहुल हो या सुहेल खान...चक्की के शिवसागर या फिर करसवां के ननकू हो...संकरे और खस्ताहाल मुगल मार्ग की चपेट में आकर ऐसे करीब डेढ़ सैकड़ा परिवारों की खुशियां छिन गई। शहर को सीधे बिंदकी कस्बे से जोड़ने वाले मार्ग की दशा खराब होने के कारण राहगीर कैंची मोड़ से होकर जाते थे लेकिन वहां भी हर कदम पर खतरा होने कारण बिंदकी या आसपास के गांवों की ओर जाने वाले लोग खासे परेशान है। यहीं नहीं मार्ग से जुड़े करीब 17 गांवों के लोग ग्राम सभा में कैद से हो गए, विकास ठिठकने के साथ नाते रिश्तेदारों ने भी सड़क के कारण मुंह फेर लिया। करीब दो दशक से मुगल मार्ग के चौड़ीकरण संग दुरुस्त किए जाने की मांग उठ रही है लेकिन अब आने वाले साल में उम्मीद की किरण नजर आने लगी है। सिद्धपीठ तांबेश्वर मंदिर तक करीब 12 किमी लंबा मार्ग पथ...