देवघर, दिसम्बर 17 -- चितरा, प्रतिनिधि। विभिन्न पावर प्लांटों में कोयले की मांग में आई भारी गिरावट के कारण चितरा कोलियरी से जामताड़ा रेलवे साइडिंग तक पिछले डेढ़ माह से कोयला ट्रांसपोर्टिंग पूरी तरह ठप है। इससे न केवल ईसीएल को गंभीर वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि इस संकट की मार सीधे सैकड़ों डंपर चालकों और उनसे जुड़े परिवारों पर पड़ रही है। ईसीएल प्रबंधन के अनुसार वित्तीय असंतुलन से उबरने के लिए कोलियरी स्तर पर कई प्रकार की कटौतियां की जा रही हैं, जिससे क्षेत्र में अराजकता जैसा माहौल बनता जा रहा है। हालात ऐसे बन गए हैं कि स्थानीय लोग चितरा कोलियरी के बंद होने की आशंका भी जताने लगे हैं। वहीं ट्रांसपोर्टिंग बंद रहने से ट्रांसपोर्ट कंपनियों के डंपर खड़े-खड़े जंग खा रहे हैं और सैकड़ों डंपर चालक बेरोजगारी व भुखमरी के कगार पर पहुंच ग...