रांची, दिसम्बर 19 -- रांची, विशेष संवाददाता। बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान (बीआईटी), मेसरा में 'कॉम्प्लेक्स सिस्टम्स का अनुकरण: चुनौतियां और अवसर' विषय पर आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन शुक्रवार को विभिन्न तकनीकी सत्रों का आयोजन हुआ। इसमें भारत और विदेशों के प्रमुख वैज्ञानिकों व विशेषज्ञों ने ऊर्जा, पर्यावरण और आधुनिक भौतिकी जैसे विषयों पर गहन चर्चा की। सत्र की शुरुआत में डॉ. बर्नाली दासगुप्ता घोष ने 'नेक्स्ट-जेनरेशन पीवीडीएफ कंपोजिट्स' पर व्याख्यान देते हुए उन्नत ऊर्जा प्रणालियों के क्षेत्र में नवाचार पर जोर दिया। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के डॉ. तीर्थंकर बनर्जी ने वनाग्नि के उत्सर्जन के आकलन के लिए भू-स्थानिक तकनीकों के महत्व को रेखांकित किया। वैज्ञानिक शोध और भविष्य की तकनीकें आईआईटी कानपुर के डॉ. समय गांगुल...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.