लखनऊ, दिसम्बर 19 -- जी-समिट और राज्य सरकार का अनुबंध दिखाकर डिजिटल क्लीनिक और फार्मेसी की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर ठगी करने वाली एक हेल्थ केयर प्रालि कंपनी के संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की तलवार लटकी है। संचालकों ने बेरोजगारों से करोड़ों की ठगी की। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पीड़ित बेरोजगारों ने शुक्रवार को पुलिस उपायुक्त पूर्वी शशांक सिंह से मुलाकात की। उन्होंने पीड़ितों को आश्वस्त किया है कि वह मामले में उचित कार्रवाई करेंगे। उन्होंने विभूतिखंड थाने की पुलिस से 48 घंटे में मामले की रिपोर्ट देने को कहा है। राजाजीपुरम के शैलेंद्र सिंह और मलिहाबाद के नीरज कुमार गुप्ता समेत प्रदेश के 50 से अधिक बेरोजगारों के साथ डिजिटल क्लीनिक और फार्मेसी खोलने की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर ठगी हुई है। शैलेंद...