लखीमपुरखीरी, अगस्त 26 -- ठेकेदार से बिल भुगतान को लेकर 90 हजार की रिश्वत मामले में एंटी करप्शन टीम ने तीन दिन पहले पीसीएफ के दो कर्मचारियों को रंगे हाथ पकड़ा। अब इस मामले में ठेकेदार ने मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन सहित सहकारिता के उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर पिछले डेढ़ साल से पीसीएफ में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों की भूमिका, उर्वरक आपूर्ति व वितरण की जांच कराने की मांग की है। अधिकारियों व कर्मचारियों की आय से अधिक सम्पत्ति की जांच कराने की मांग की है। मुख्य सचिव को भेजे गए शिकायती पत्र में ठेकेदार आनंद सिंह ने बताया कि वह पीसीएफ में परिवहन व हैंडलिंग का ठेकेदार है। आनंद ट्रांसपोर्ट का चयन मुख्यालय से निविदा के द्वारा किया गया था। तत्कालीन जिला प्रबंधक अतुल चौधरी, पटल सहायक अनिल वर्मा, भंडार नायक हिमांशु गौतम के खिलाफ कई आरोप लगाए हैं...