विक्रम शर्मा। नोएडा, अगस्त 27 -- नोएडा के सेक्टर-93ए में बनाए गए सुपरटेक ट्विन टावर को गिरे हुए गुरुवार को तीन साल हो जाएंगे। उच्चतम न्यायालय की सख्त टिप्पणी के बावजूद अब तक टावर बनवाने के लिए जिम्मेदार एक भी बड़े अफसर पर कार्रवाई नहीं हुई।फाइलों में ही चल रही जांच इस मामले में गठित लखनऊ विजिलेंस की जांच फाइलों में ही चल रही है। बीते एक साल में एक बार भी विजिलेंस की टीम नोएडा प्राधिकरण के दफ्तर तक नहीं आई। ट्विन टावर भ्रष्टाचार की नींव पर खड़े हुए थे। बिल्डर और नोएडा प्राधिकरण के तत्कालीन अधिकारियों की साठगांठ से सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक एमरॉल्ड कोर्ट सोसाइटी परिसर में ट्विन टावर खड़े हुए थे। एओए की तरफ से वर्ष 2012 में उच्च न्यायायल का दरवाजा खटखटाया गया। वर्ष 2014 के मार्च में उच्च न्यायालय ने इनको ध्वस्त करने का आदेश दिया। इसके खिलाफ ब...