लखनऊ, दिसम्बर 30 -- केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर से मरीजों को सस्ते इलाज का झांसा देकर निजी अस्पताल ले जाने वाले दलालों पर शासन प्रशासन शिकंजा नहीं कस पा रहा है। ट्रॉमा सेंटर से दलाल मरीज को लेकर विभूतिखंड स्थित निजी अस्पताल ले गए। सात हजार में इलाज देने के बजाय तीमारदार से 36 हजार रुपये वसूल लिए गए। तीमारदार ने जब मरीज को डिस्चार्ज की बात कही तो डॉक्टर, स्टाफ भड़क गए। मरीज तीमारदार को 12 घंटे तक बंधक बना लिया। पीड़ित ने 112 डायल किया तो पुलिस की मदद से अस्पताल संचालक से छुटकारा मिला। पीड़ित बेटे ने सीएमओ से लिखित शिकायत की है। ट्रॉमा में बेड न होने की बात कही, तुरंत आ गई दलाल की कॉल बलरामपुर के खैरा निवासी सुनील पाल के मुताबिक, पिता राम भिलाव की तबियत 26 दिसंबर को बिगड़ गई थी। वह पिता को बलरामपुर के जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां से 27 को डॉ...