कानपुर, दिसम्बर 25 -- कानपुर। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से गुरुवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य विषय 'कम्युनिटी एक्वायर्ड निमोनिया-क्लिनिशियन का दृष्टिकोण' रहा। साथ ही एलर्जी मैनेजमेंट पर केस प्रेजेंटेशन भी प्रस्तुत किया गया। मुख्य वक्ता सीनियर पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. एके सिंह ने कहा कि निमोनिया दो किस्म का होता है। एक वह जो लोगों को घर या अपने कार्यस्थल से मिले इंफेक्शन के बाद डेवलप होता है। दूसरा जो हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों में पनपता है। अस्पताल के बाहर वाले यानी कम्युनिटी एक्वायर्ड निमोनिया ने बताया कि प्रमुख लक्षणों में तेज बुखार, खांसी में बलगम आना व सांस फूलना है। समय रहते इसका अगर जांच और इलाज किया जाए तो जल्दी ठीक हो सकता है। आजकल अच्छी एंटीबायोटिक दवा उपलब्ध हैं जो ओरल और इंजेक्शन के रूप में बहुत कारगर है। अक्सर लोग झोलाछ...
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