रांची, अगस्त 7 -- झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक शिबू सोरेन की जीवनी को राज्य के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग की गई है, यह मांग निजी स्कूलों के शीर्ष संगठन PASWA की तरफ से गुरुवार को की गई। इस बारे में निजी स्कूल एवं बाल कल्याण संघ (PASWA) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार दुबे ने कहा कि आदिवासी नेता शिबू सोरेन का जीवन और संघर्ष भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है और इसे झारखंड में मूल्य-आधारित शिक्षा का अनिवार्य हिस्सा बनाया जाना चाहिए। 'दिशोम गुरु' (भूमि के नेता) कहे जाने वाले सोरेन का निधन हाल ही में 4 अगस्त को 81 वर्ष की आयु में दिल्ली के एक अस्पताल में हो गया था। वह लंबे समय से किडनी संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। उनकी जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग करते हुए दुबे ने कहा, 'झार...