रांची, दिसम्बर 26 -- रांची, संवाददाता। उत्तर प्रदेश राज्य की तर्ज पर झारखंड के सभी स्कूलों में शासकीय तौर पर पुस्तकें उपलब्ध हों, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया जाना चाहिए। पुस्तकें जब स्कूलों में बच्चों के बीच आसानी से उपलब्ध होंगी तो उनमें पठन संस्कृति का विकास होगा। यह बातें शुक्रवार को केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने जिला स्कूल मैदान में आयोजित 10 दिनी राष्ट्रीय पुस्तक मेले में कहीं। कहा कि यदि पुस्तकें नहीं होतीं तो हम अपनी परंपरा, संस्कृति और ज्ञान संपदा को नहीं जान पाते। राज्यसभा सांसद डॉ महुआ माजी बोलीं, किताबों से बेहतर साथी मोबाइल नहीं हो सकता। मौके पर वरिष्ठ पत्रकार पद्मश्री बलबीर दत्त ने पुस्तकों को व्यक्ति के व्यक्तित्व विकास का सर्वोत्तम माध्यम बताया और यह भी कहा कि महान व्यक्तियों के जीवन में आए बदलावों के ...