रांची, दिसम्बर 22 -- रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो ओडिशा के गोपालपुर में आयोजित एनटीपीसी पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में झारखंड ऊर्जा संचरण निगम के प्रबंध निदेशक केके वर्मा ने राज्य के ऊर्जा भविष्य से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए। उन्होंने कहा कि मार्च 2026 से पतरातू थर्मल पावर प्लांट की दूसरी यूनिट चालू हो जाएगी, जिससे झारखंड के पास कुल 4000 मेगावाट बिजली उपलब्ध होगी। वर्तमान में राज्य की पीक आवर डिमांड लगभग 3000 मेगावाट है, ऐसे में मार्च 2026 के बाद करीब 1000 मेगावाट बिजली सरप्लस होगी। वर्मा ने कहा कि एनटीपीसी के पास बिजली ट्रेडिंग का व्यापक अनुभव है। उन्होंने एनटीपीसी से आग्रह किया कि वह जेबीवीएनएल को उचित दर पर बिजली बेचने में सहयोग करे। पीक आवर में बिजली की दर 10 रुपये प्रति यूनिट तक पहुंच जाती है, ऐसे में सस्ती दर पर बिजली मिलने स...