नई दिल्ली, अक्टूबर 22 -- लोकप्रिय मेसेजिंग प्लेटफॉर्म WhatsApp नहीं चाहता कि यूजर्स ऐप में किसी तरह के AI चैटबॉट का इस्तेमाल करें। Meta ने अपनी बिजनेस API पॉलिसी में बदलाव किए हैं और इसके बाद थर्ड-पार्टी AI असिस्टेंट्स मेसेजिंग ऐप में काम नहीं करेंगे। कंपनी ने बताया है कि 15 जनवरी, 2026 के बाद से OpenAI के ChatGPT के अलावा Luzia, Poke और Perplexity जैसे AI हेल्पर्स वॉट्सऐप में काम नहीं करेंगे। वॉट्सऐप में यूजर्स को कई AI चैटबॉट्स और टूल्स यूज करने का विकल्प मिल रहा था लेकिन नई पॉलिसी इन AI प्रोवाइडर्स को बिजनेस API की मदद से असिस्टेंट को होस्ट करने से रोकती है। हालांकि, Meta की ओर से किया गया बदलाव कस्टमर सर्विस बॉट या लिमिटेड टास्क बेस्ड AI यूज करने वाली कंपनियों पर कोई असर नहीं डालेगा। यानी किसी ट्रैवल कंपनी का ऑटोमेटेड सपोर्ट या फिर एय...