लखनऊ, अगस्त 25 -- किसानों को उनकी खतौनी में दर्ज क्षेत्रफल (जोत) के आधार पर ही खाद मिलेगी। इसलिए किसानों को अपनी खतौनी या जोत बही को दिखाना होगा। कुछ किसानों द्वारा अपनी जोत से अधिक खाद क्रय किए जाने के कारण जिला कृषि अधिकारी ने यह निर्देश जारी किए हैं। जिला कृषि अधिकारी तेग बहादुर सिंह ने बताया कि आवश्यकता से अधिक खाद लेने वाले किसानों की जोत और उसमें लगी फसल का सत्यापन राजस्व विभाग से कराया जा रहा है। इसके साथ ही खाद विक्रेताओं की जांच भी हो रही है। अनियमित्ता पाए जाने पर क्रेता और विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले में खाद की कोई कमी नहीं है।

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