वाराणसी, दिसम्बर 30 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। मेलों के शहर बनारस में बंग दर्शन के आनंद मेला का आगाज 'शिक्षा सबके लिए' के उद्घोष के साथ सोमवार को हुआ। सोनारपुरा स्थित कूच बिहार कालीबाड़ी परिसर में लगाए गए मेला में बंगीय संस्कृति के विभिन्न आयाम जीवंत हुए। बंग दर्शन के सदस्यों ने प्राण संगीत गायन से सांस्कृतिक सत्र को गति दी। आनंद मेला की पहली संध्या में हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गायन और नृत्य की एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों ने सैकड़ों बंगभाषियों को आनंदित किया। जी बांग्ला के प्रतिस्पर्धी धारावाहिक सारेगामापा के फाइनलिस्ट रहे कोलकाता के देवज्योति मुखर्जी इस निशा का मुख्य आकर्षण रहे। उन्होंने नए-पुराने बांग्ला गीतों की शानदार प्रस्तुति से काशी के बंग समाज में अपनी पैठ और गहरी की। बांग्ला के सुपरहिट गीतों के गायन के साथ नृत्य का तड़का ...