अंबेडकर नगर, जुलाई 9 -- टाण्डा। मुबारकपुर कस्बे में आयोजित जलसा शोहदाये कर्बला नात व मनकबत में मौलाना मोहम्मद दिलशाद (ऊंचेगांव) ने कहा कि कर्बला के मैदान में शहीदों ने शरीयत और इस्लाम को बचाने की लड़ाई लड़ी वहीं नौजवान ढोल ताशा बजाने में मशरूफ हैं। अब्दुल महबूब के संयोजन में हुए जलसे को सम्बोधित करते हुए मौलाना मोहम्मद दानिश चिश्ती ने लोगों से अपील की कि लोग यौमे आशूरा के मौके पर अपने घरों पर जिक्रे शोहदाये कर्बला की महफिल सजाएं। कर्बला के शोहदाओं को खेराजे अकीदत पेश करें।

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