ग्वालियर, अक्टूबर 19 -- ग्वालियर के विश्व प्रसिद्ध किले की ऊंचाई पर एक बड़े हिस्से में ऐतिहासिक गुरुद्वारा मौजूद है, जिसका नाम 'दाता बंदी छोड़' है। इस गुरुद्वारे के पीछे की कहानी बेहद दिलचस्प है। माना जाता है कि यहीं से सिख समाज की दीपावली मनाने की शुरुआत हुई। इस किले में सिख धर्म के छठे गुरु हरगोविंद साहिब को बंदी बना दिया गया था। जानिए इसके पीछे की क्या वजह थी और फिर कैसे गुरु हरगोविंद साहिब ने अपनी सूझबूझ से 52 हिन्दू राजाओं को भी कैद से बाहर निकाला और तभी से दिवाली मनाने की परंपरा शुरू हो गई। बताया जाता है कि जब सिख धर्म के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए मुगल शासक जहांगीर ने सिखों के छठे गुरु हरगोविंद साहिब को बंदी बनाकर ग्वालियर के किले में कैद कर दिया था, लेकिन किले में पहले से ही 52 हिंदू राजा कैद थे। गुरु हरगोविंदजी जब जेल में पहुंचे त...