शाहजहांपुर, दिसम्बर 28 -- उत्तर प्रदेश के राजकीय पक्षी सारस की शीतकालीन गणना के आंकड़े इस बार पर्यावरण प्रेमियों के लिए राहत और उम्मीद लेकर आए हैं। जलवायु परिवर्तन के दौर में जहां पक्षियों की घटती संख्या चिंता बढ़ा रही है, वहीं जनपद में सारस की संख्या में इजाफा सुखद संकेत माना जा रहा है। वन विभाग की दो दिवसीय गणना में यह साफ हुआ है कि वर्ष 2025 में सारस का कुनबा पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ा है। वन विभाग ने 15 और 16 दिसंबर को जनपद में सारस पक्षी की शीतकालीन गणना कराई थी। गणना के अनुसार वर्ष 2024 में जहां जनपद में सारस की संख्या 1050 दर्ज की गई थी, वहीं इस वर्ष यह बढ़कर 1078 हो गई है। यह वृद्धि दर्शाती है कि जिले की आर्द्रभूमि, तालाब और झाबर अभी भी इस संवेदनशील पक्षी के लिए अनुकूल बने हुए हैं। जनपद की पांच वन रेंज में सारस की संख्या इस प्रक...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.