बलिया, अक्टूबर 6 -- बलिया। गोंडवाना की वीरांगना महारानी दुर्गावती की जयंती रविवार को पकड़ी गांव में मनाई गई। यहां उपस्थित लोगों ने विरांगना के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। मुख्य अतिथि वगोंडवाना विचारक दादा छीतेश्ववर गोंड ने कहा कि महारानी दुर्गाती राष्ट्रवाद की प्रेरणा श्रोत हैं तथा उनका इतिहास गौरवशाली रहा है। वह जीते जी कभी भी मुगलों की अधीनता स्वीकार नहीं कर राष्ट्रवाद का आदर्श प्रस्तुत किया था। जीवन परिचय के क्रम में बताया कि महोबा के राजा कीर्ति सिंह की एकलौती पुत्री के रुप में राजकुमारी दुर्गावती ज़ी का जन्म हुआ था। वह बाल्य अवस्था से ही तीर अंदाजी, तलवारबाजी व घोड़सवारी का सैन्य प्रशिक्षण लेती है। युवा अवस्था में राजकुमारी दुर्गावती का विवाह गोंडवाना के युवराज दलपति शाह के साथ हुया था। राजा दलपति शाह के आकस्मिक निधन के पश्चात ...