भागलपुर, सितम्बर 13 -- बरहट । निज संवाददाता आदिवासी समाज की डुगडुगी बजाने की परंपरागत प्रथा अब विवादों से जुड़ता जा रहा है। पहले इसे सामाजिक एकजुटता और संदेश देने का माध्यम माना जाता था, लेकिन हाल के वर्षों में इसका उपयोग भीड़ जुटा पुलिस और प्रशासन पर हमले के लिए भी होने लगा है।हाल ही में बरहट थाना क्षेत्र में छापेमारी के दौरान पुलिस टीम पर हुए हमले के बाद फिर यह प्रथा विवादों के रूप में दिखाई देने लगी है । अवैध शराब की सूचना पर बरहट थाना क्षेत्र के कदुआतरी गांव में छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर आदिवासी महिलाओं और पुरुषों ने हमला कर दिया।इस दौरान एक महिला व एक पुरुष एस आई , दो चौकीदार सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस का कहना है कि भीड़ जुटाने के लिए गांव में डुगडुगी बजाई गई थी जिसके बाद हमला हुआ। यह संयोग अच्छा था कि इस हमले में पुलिस ...