गंगापार, दिसम्बर 30 -- मांडा, हिन्दुस्तान संवाद। जनपद मुख्यालय से 70 किमी दूर दक्षिणी पहाड़ी भूभाग में बसे मांडा उपरौध क्षेत्र के ज्यादातर गांवों में लोगों को ठंड दूर करने में जंगल की लकड़ी मददगार साबित हो रही है। इतना ही नहीं दलित बस्तियों में तमाम परिवारों के चूल्हे भी उज्ज्वला योजना से नहीं, बल्कि आसपास के जंगलों से एकत्रित की गई सूखी लकड़ियों से जलते हैं। इसी तरह क्षेत्र के बदौआ गांव के तमाम बच्चे सुबह से दोपहर तक जंगल से लकड़ी बीन कर प्रतिदिन घर लाते हैं, तभी घरों के चूल्हे जलते हैं।

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