कौशाम्बी, दिसम्बर 30 -- परिषदीय विद्यालयों में पढ़ रहे छात्रों की आवारा मवेशियों से सुरक्षा भी शिक्षकों को करना पड़ेगा। इसके लिए प्रत्येक विद्यालय में एक शिक्षक को नोडल की जिम्मेदारी गई है। स्कूल परिसर में आवारा मवेशी घुस नहीं पाएंगे। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर आवारा मवेशियों से छात्रों को सुरक्षित करने की पहल तेज हो चुकी है। शासन का फरमान जारी होते ही बीएसए कमलेंद्र कुमार कुशवाहा ने सभी बीईओ को निर्देश दिया कि शहरी क्षेत्र के प्रत्येक विद्यालय में बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए एक शिक्षक को नोडल पद की जिम्मेदारी दी जाए। सभी बीईओ ने विद्यालयों में नोडल बना दिए हैं। अब इन शिक्षकों की जिम्मेदारी होगी कि स्कूल परिसर में आवारा मवेशी घुसने न पाएं। खासतौर से कुत्ते। आवारा कुत्तों के काटने की कई बड़ी घटनाएं होने के बाद यह निर्णय लिया गया है। हाला...